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Chapters
6
Language
Hindi
Genre
Published
November 5, 2025
एक दिन, एक शरारती बंदर ने चश्मा पहनकर शहर की सैर करने का फैसला किया। उसकी अनोखी अदा देखकर लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाए। बंदर खुद को किसी हीरो से कम नहीं समझता था! वह एक जूस की दुकान पर पहुंचा और फरमाइश की, 'एक ठंडी कॉफ़ी!' दुकानदार ने पैसे मांगे, लेकिन बंदर की जेब खाली थी। तभी एक बच्चे की मासूम टिप्पणी ने माहौल को और भी हास्यास्पद बना दिया, 'अरे! यह बंदर तो मुफ़्त में कॉफ़ी पीने आया है!' यह घटना उस बंदर की भोली-भाली हरकतों और इंसानों की प्रतिक्रियाओं का एक मजेदार चित्रण है, जो हमें हंसाता है और सोचने पर मजबूर करता है। यह कहानी बच्चों और बड़ों, दोनों को ध्यान में रखकर लिखी गई है। यह दिखाती है कि कैसे एक छोटी सी घटना भी हास्य का स्रोत बन सकती है। 'बंदर बाबू का अनोखा सफर' सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि हंसी, खुशी और थोड़ी सी सीख का खजाना है। सीताभूल की यह पहली रचना, पाठकों को एक यादगार और मनोरंजक अनुभव प्रदान करने का वादा करती है।
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Start Writing Nowसीताभूल, एक महत्वाकांक्षी लेखक, जो अपनी कहानियों से पाठकों को हंसाने और सोचने पर मजबूर करने की क्षमता रखते हैं। यह उनकी पहली पुस्तक है।